अमिताभ बच्चन की अपकमिंग फिल्म 'झुंड' 4 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

बच्चन एक प्रोफेसर की भूमिका निभाते हैं जो सड़क पर रहने वाले बच्चों को फुटबॉल टीम बनाने के लिए प्रेरित करता है।

यह एनजीओ स्लम सॉकर के संस्थापक विजय बरसे के जीवन पर आधारित एक स्पोर्ट्स फिल्म है।

नागराज पोपटराव मंजुले द्वारा निर्देशित नवीनतम फिल्म झुंड इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

कहानी नागपुर की झुग्‍गी बस्‍ती से शुरू होती है, जहां के बच्‍चे से लेकर युवा तक चेन-स्‍नैच‍िंग, मारपीट सब काम करते हैं।

झुग्‍गी के इन बच्‍चों को ‘समाज की गंदगी’ कहा जाता है। 

लेकिन व‍िजय बरसे (अम‍िताभ बच्‍चन) , जो इसी झुग्‍गी के पास बने कॉलेज में प्रोफेसर हैं, उन्‍हें इन बच्‍चों में गंदगी नहीं बल्कि हुनर द‍िखता है।

व‍िजय अपना खुद का पैसा लगाकर झुग्‍गी के इन बच्‍चों को फुटबॉल का खेल ख‍िलाते हैं और एक टीम की तरह तैयार करते हैं।